Home Student Corner नयी साल की उमंगे

नयी साल की उमंगे

0 second read
0
789

नई साल की नई उमंगे, नई साल की नई तरंगे।
मीठी-मीठी बातें बोलो, सबके मन मे मिश्री घोलो।
सबके दुःख को दूर भगाओ, खुशियों के तुम दीप जलाओ।
जो लोग है बैठें अंधेरे घर में, जो न है खुद अपनी नजर में,
उनकी मदद करना सही है, क्योंकि उनके मन में कोई आशा
नहीं है, उनके मन में जगाओ आशा, दूर करो तुम उनकी निराशा।
ढ़ूढों एक अनोखी मंजिल, जिससे गूंज उठे ये महफिल।

Load More Related Articles
Load More By admin
Load More In Student Corner

Check Also

Pathways to Success: The CP Gurukul Approach to Academic Excellence and Strategic Career Planning

Achieving academic excellence and strategic career planning are essential for success. CP …